लॉरेंस गैंग ने ली चंडीगढ़ के क्लबों में धमाकों की जिम्मेदारी; रैपर बादशाह को धमकी, पोस्ट में कहा- 'फोन नहीं उठा रहे थे तो कान खोल दिए..
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Chandigarh Two Clubs Blasts: चंडीगढ़ में मंगलवार सुबह तड़के सेक्टर-26 स्थित दो क्लबों के बाहर बैक टू बैक दो धमाकों से दहशत फैल गई। हालांकि, दोनों ही धमाकों में किसी के हताहत या घायल होने की खबर नहीं है। लेकिन दोनों क्लबों में खिड़कियों-शीशों को नुकसान पहुंचा है। ऐसा बताया जा रहा है कि दोनों क्लबों में एक क्लब (सेविले क्लब) मशहूर सिंगर/रैपर बादशाह का है तो वहीं दूसरा क्लब 'डी-ओरा' बताया जा रहा है। जिसका मालिक कोई और है। चंडीगढ़ पुलिस गहन तरीके से इन धमाकों की जांच-पड़ताल में जुटी है। बम निरोधक दस्ता और फॉरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर विस्फोटक पदार्थ के सैंपल्स इकट्ठा किए हैं।
लॉरेंस गैंग ने ली चंडीगढ़ के क्लबों में धमाकों की जिम्मेदारी
वहीं इस बीच लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने चंडीगढ़ के क्लबों में धमाकों की जिम्मेदारी ले ली है। लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा ने यह ज़िम्मेदारी ली है। सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए दोनों ने इस धमाके की जिम्मेदारी ली। गोल्डी बराड़ के नाम से सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा गया है कि, ''दोनों क्लबों के मालिकों को रंगदारी (प्रोटेक्शन मनी) के लिए कॉल किया गया था लेकिन रिसीव नहीं किया। अब जब ये फोन नहीं उठा रहे थे तो कान खोलने के लिए धमाके किए गए। पोस्ट में मशहूर सिंगर/रैपर बादशाह का भी नाम है। आगे कहा गया है कि, इससे बड़ा भी बहुत कुछ हो सकता है।''
हम इस पोस्ट की पुष्टि नहीं करते
हालांकि, दैनिक अर्थ प्रकाश इस सोशल मीडिया पोस्ट की पुष्टि नहीं करता है। इस सोशल मीडिया पोस्ट की सत्यता को लेकर पुलिस द्वारा जांच-पड़ताल के बाद ही कुछ भी स्पष्ट हो सकता है। बता दें कि दोनों नाइट क्लबों के बाहर मंगलवार सुबह तड़के 3 बजे से 4 बजे के बीच धमाके सुने गए। संदिग्ध हमलावरों ने नाइट क्लबों की ओर विस्फोटक फेंके और फरार हो गए। हमलावार दो थे जो कि बाइक पर सवार होकर आए थे और इन्होंने एक-एक करके घटना को अंजाम दिया। लेकिन धमाके करते हुए ये सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गए। वहीं धमाकों के बाद क्लबों के वीडियो भी सामने आए हैं।
धमाकों की खबर मिलने के बाद ही चंडीगढ़ पुलिस तुरंत मौके पर पहुंच गई थी और मामले की जांच शुरू कर दी थी। घटनास्थल से सैंपल्स इकट्ठा करने के लिए बम निरोधक दस्ता और सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लैब की टीमें भी मौके पर पहुंची। बताया जा रहा है कि ये बहुत कम क्षमता के धमाके थे। माना जा रहा है कि, चंडीगढ़ के नाइट क्लबों के बाहर पटाखों में भरे जाने वाले पोटाश के माध्यम से देसी बमों को बनाकर धमाके करने का प्रयास किया गया। मौके से जूट की कुछ रस्सियां, कीलियां भी बरामद की गई हैं।
चंडीगढ़ पुलिस ने शुरुवाती जांच में यह आशंका जताई कि, सिर्फ दहशत फैलाने के मकसद से ही इन धमाकों को किया गया है। इन धमाकों के पीछे नाइट क्लबों के मालिकों में दहशत फैलाकर उनसे रंगदारी मांगने यानि एक्सटॉर्शन का एंगल होने की आशंका है।
गुजरात की जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई
ज्ञात रहे कि, कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई इस समय गुजरात की साबरमती जेल में बंद है। उसे यहां अन्य जेलों में गैंगवार की आशंका के चलते रखा गया है। लॉरेंस बिश्नोई गैंग को यूएस और कनाडा में छिपकर गोल्डी बराड़ रन कर रहा है। वहीं लॉरेंस बिश्नोई गैंग का एक और मुख्य संचालक है। वो है रोहित गोदारा।
मालूम रहे कि, इससे पहले लॉरेंस दिल्ली, राजस्थान और पंजाब की जेल में बंद रह चुका है। सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद लॉरेंस बिश्नोई को पंजाब पुलिस दिल्ली की तिहाड़ जेल से बठिंडा जेल ले आई थी। इसके साथ ही लॉरेंस बिश्नोई नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) की कस्टडी में भी रह चुका है।
लॉरेंस बिश्नोई ने और उसके गैंग ने अलग-अलग राज्यों में गैंगस्टरों से तालमेल बैठा रखा है। बिश्नोई ने उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली के गैंगस्टर्स के साथ डील कर रखी है। लॉरेंस बिश्नोई के अनुसार, अगर किसी विरोधी को खत्म भी करवाना होता है तो आपस में शूटर्स और हथियार भी शेयर करते हैं।